सोमवार, 14 मार्च 2011

घर का अटाला प्रबंधन


वन इन-वन आउट - प्रबंधन का यह सिद्धांत हर उस वस्तु पर लागू है, जो हम अधिकांश जरूरत से ज्यादा खरीद लेते हैं, जैसे- कपड़े, पर्स, फुटवेयर, क्रॉकरी, नैपकीन, टेबल कवर, कॉस्मेटिक्स, आदि। एक नया तभी खरीदें, जब एक पुराना निकालना हो, इससे अनावश्यक संग्रह से हम बच पाएँगे।

न्यूनतम भंडारण स्थान - घर में भंडारण अथवा स्टोरेज का स्थान न्यूनतम हो, क्योंकि यह मानव-स्वभाव है कि जितनी जगह उपलब्ध होती है, उतनी भरती जाती है। इसलिए न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी। अर्थात न होंगी अधिक अलमारियाँ, ड्रॉर आदि, न हम उन्हें अनावश्यक सामान से भरेंगे।

उपयोग में न लाया गया सामान - यदि कोई सामान आप हर बार सफाई करते समय यही सोच कर रख देते हैं कि शायद बाद में काम आएगा और यही सोचते-सोचते लगभग 3 साल हो चुके हों तो तय मानिए कि वह सामान फिर कभी काम नहीं आएगा। ऐसे सामान से छुटकारा पाने में ही समझदारी है।

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